प्यार का रिसाव शुरू हो गया दिल से,
फिर एक बार...
जुड़ने लगा है मन किसी से,
फिर एक बार...
कुछ नया महसूस हो रहा खुद में,
फिर एक बार...
मुड़कर उसकी ओर हो चला मैं,
फिर एक बार...
कर बैठा दिल निसार किसी पे,
फिर एक बार...
लिख रहा कुछ लाइनें किसी पे,
फिर एक बार...
कर रहा कुछ बातें किसी से,
फिर एक बार...
प्यार का रिसाव शुरू हो गया दिल से,
फिर एक बार…
Saturday, July 21, 2018
"फिर एक बार"
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"अपमान का विष"
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"आत्मा का आवरण हो गया चूर, जब हो गयी वो स्वयं शरीर से दूर; मिलन की आस में परिलक्षित सा, ऊपर वाले का वो अप्रतिम नूर। पधारते हुए निहा...
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गौरवान्वित हूँ कि चालाक नही, खुश हूँ कि बेवकूफ ही सही; बेवकूफ भी हूँ कि बेवकूफ ही नही, खुश हूँ कि बेवकूफ ही सही। कर लेता नादानी एक बा...
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